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25 May 2022 · 1 min read

प्रेम

बहुत सहजता से
तुम्हारे थरथराते हाथों को
थाम लेना..
तुम्हारी नज़दीकियों से अपने
सपने रच देना!
और
तुम्हारी हर आहट पर..
अपनी असंयत धड़कनों को
सॅंभालना!
कितना अद्भुत है न साथी..
यूॅं प्रेम को सॅंवारना!

स्वरचित
रश्मि लहर

Language: Hindi
1 Like · 444 Views

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