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17 May 2024 · 1 min read

प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।

ग़ज़ल
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प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
राधे कृष्णा अमर नहीं होता।।

रासलीला रचायें जग में पर ।
नाम राधे मगर नहीं होता।।

धड़कनों में बसे है राधा के ।
फिर हो दूरी असर नहीं होता ।।

चांद फीका लगे गगन में जो।
चांदनी साथ गर नहीं होता ।।

नींद बैरन हुई सनम मेरी ।
जिंदगी भी बसर नहीं होता ।।

पास रख लो न अब धड़कनों के ।
मेरा दिल बेसबर नहीं होता ।।

हमसफ़र थमते नहीं ज्योटी
पार मुश्किल सफ़र नहीं होता ।।

ज्योटी श्रीवास्तव jyoti Arun Shrivastava
अहसास ज्योटी 💞 ✍️

1 Like · 53 Views
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