प्रेम पीड़ा का
मूल्य होकर भी
बे’ दाम होता है,
प्रेम पीड़ा का
नाम होता है ।
इसकी अनुभूति का
क्या कहे कोई
अश्रु अमृत का
जाम होता है।
डॉ० फ़ौज़िया नसीम शाद
मूल्य होकर भी
बे’ दाम होता है,
प्रेम पीड़ा का
नाम होता है ।
इसकी अनुभूति का
क्या कहे कोई
अश्रु अमृत का
जाम होता है।
डॉ० फ़ौज़िया नसीम शाद