प्रेम की पाती राष्ट्र के नाम
लिख कर देखो प्रेम की पाती ,
एक राष्ट्र के नाम।
राधा जैसा रूप धरा का,
श्याम सजीली शाम।
सचमुच तुमको राष्ट्र प्रेम का
नशा अगर चढ़ जाएगा।
केसरिया रंग रूह में तेरी,
बस कर असर दिखाएगा।
देखना खुश हो आशिक भांति,
अपना शीश कटाएगा।
गाथाओं में अमर कहानी ।
होगी तेरे नाम ।
लिखकर देखो प्रेम की पाती,
एक राष्ट्र के नाम।
इश्क वतन से कर देखो,
नदियां , झरने हिम मालाएं।
मधुर मिलन के गीत सुनाएं,
राह त्याग की चलकर देखो
जग तेरे कदमों में न आए।
रेखा अपना जीवन साथी,
वतन को मानो नाथ।
लिख कर देखो प्रेम की पाती ,
एक राष्ट्र के नाम।।