प्रेम की देवी मधु बाला का त्रासदी पूर्ण जीवन
प्रेम दिवस पर ही जन्म लिया था मधु ने ,
मगर प्रेम के लिए यह बाला तरसती रही ।
गैर तो गैर थे मगर अपनों का सहारा नहीं ,
किसी की बेवफाई का बोझ भी उठाती रही ।
प्रेम दिवस पर ही जन्म लिया था मधु ने ,
मगर प्रेम के लिए यह बाला तरसती रही ।
गैर तो गैर थे मगर अपनों का सहारा नहीं ,
किसी की बेवफाई का बोझ भी उठाती रही ।