प्रीत के गीत..
पुराने गीत मेरी प्रीत के प्रिय मुझे भेज दो,
मेरी आवाज़ बन जाओ लय मुझे भेज दो…
संभव कहाँ होता है,
बीती बात बिसराना,
नित्य ही याद आता है,
मिलकर बिछड़ जाना…
सुखद थे जो वही नित्य प्रणय मुझे भेज दो,
मेरी आवाज़ बन जाओ लय मुझे भेज दो…
बहुत बह चुका पानी,
हमारे बीच जीवन में,
निहारें अब भी ये आँखे,
उस पार बंधन में…
उस प्रीत का प्रिय विस्मय मुझे भेज दो,
मेरी आवाज़ बन जाओ लय मुझे भेज दो…
©विवेक’वारिद’*