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18 Jun 2024 · 1 min read

प्रीति घनेरी

प्रीति घनेरी (धनुष आकार वर्ण पिरामिड)

जो
प्रीति
मिली थी
अति स्नेही
बड़ी घनेरी
विखर गयी है
टूटी हीरे की माला
टूटा कंचन प्याला
मन घायल है
जी पागल है
व्याकुल सा
नीरस
सब
है।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 68 Views
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