Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Nov 2023 · 1 min read

प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।

प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
बिन कहे बस मिले जा रहे एकदम।
मौन मुस्कान है देखिए खिल रही।
चाहते जोश में हो रही हैं न कम।
~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ११/११/२०२३

1 Like · 1 Comment · 190 Views
Books from surenderpal vaidya
View all

You may also like these posts

भोगी
भोगी
Sanjay ' शून्य'
और धुंध छंटने लगी
और धुंध छंटने लगी
नूरफातिमा खातून नूरी
Effort € Strengths
Effort € Strengths
Ashish Kumar chaubey
हो जाएँ नसीब बाहें
हो जाएँ नसीब बाहें
सिद्धार्थ गोरखपुरी
9. Thy Love
9. Thy Love
Ahtesham Ahmad
श्याम रुप छवि
श्याम रुप छवि
Sonu sugandh
"" *भारत माता* ""
सुनीलानंद महंत
Every day true love...।
Every day true love...।
Priya princess panwar
विषय - स्वाधीनता
विषय - स्वाधीनता
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्यार..... करना, जताना और निभाना... तीनो अलग अलग बाते है.. प
प्यार..... करना, जताना और निभाना... तीनो अलग अलग बाते है.. प
पूर्वार्थ
तेरी दहलीज़ पर जब कदम पड़े मेरे,
तेरी दहलीज़ पर जब कदम पड़े मेरे,
Phool gufran
त्रिलोकीनाथ
त्रिलोकीनाथ
D.N. Jha
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
ओनिका सेतिया 'अनु '
आह्वान
आह्वान
Shyam Sundar Subramanian
4173.💐 *पूर्णिका* 💐
4173.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ये मोहब्बत की कहानी नही मरती लेकिन
ये मोहब्बत की कहानी नही मरती लेकिन
इशरत हिदायत ख़ान
शीर्षक – कुछ भी
शीर्षक – कुछ भी
Sonam Puneet Dubey
तन्हाइयां
तन्हाइयां
अनिल "आदर्श"
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
Taj Mohammad
*डॉ. सुचेत गोइंदी जी : कुछ यादें*
*डॉ. सुचेत गोइंदी जी : कुछ यादें*
Ravi Prakash
बदल देते हैं ये माहौल, पाकर चंद नोटों को,
बदल देते हैं ये माहौल, पाकर चंद नोटों को,
Jatashankar Prajapati
जिद ना करो
जिद ना करो
A🇨🇭maanush
जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्
जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्
Dr Tabassum Jahan
बरक्कत
बरक्कत
Awadhesh Singh
सितामढी़
सितामढी़
श्रीहर्ष आचार्य
कौन बताता है नदियों को
कौन बताता है नदियों को
भगवती पारीक 'मनु'
दहेज दानव
दहेज दानव
अवध किशोर 'अवधू'
"जानिब"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...