*प्रार्थना-गीत*
आप सभी गुणी जनों से निवेदन है कि आने वाली 14 अप्रेल को बाबा साहब की जयंती पर बच्चों के बीच ये प्रार्थना-गीत अवश्य गाएँ| जिससे वर्तमान एवं आने वाली पीढ़ी संविधान निर्माता से परिचित होकर भली-भाँति अभिप्रेरित हो सके|
जिसने भारत तंत्र बनाया|
जिसने समता पाठ पढ़ाया|
छुआ-छूत से मुक्त कराया|
दलदल से जिसने ऊपर लाया|
जिसने आकर सबको जगाया
हम उस बाबा के गुण गाएँ|
उसे प्रेम से शीश झुकाएँ|
बहुत बुरा था हाल देश का
चारों ओर मनुवाद वेष था
प्रपंच भरा था जातिवाद का
मनुस्मृति कुरीति जलाकर
जिसने भ्रम को दूर हटाया
हम उस बाबा के गुण गाएँ|
उसे प्रेम से शीश झुकाएँ|
प्रताड़ित जातिवाद से होकर,
खाकर जिसने दर-दर ठोकर,
बड़ी मुश्किलों में पढ़-पढ़कर,
उपाधियाँ सबसे ज़्यादा पाकर
जिसने अमिट इतिहास रचाया|
‘मयंक’ उस बाबा के गुण गाएँ|
उसे प्रेम से शीश झुकाएँ|
✍ के.आर. परमाल ‘मयंक’