प्रहरी
सीमा पर प्रहरी जागता है तो चैन से हम सोते हैं
फर्क हमें नहीं पड़ता है जब शहीद वो होते हैं
आंसू का कतरा ना आंखों में न जुबां पे जयहिंद होता है
ना उनकी शहादत पर हमारा सीना चौड़ा होता है
हम तो रंगे रहते हैं बस अपनी मस्ती की होली में
जो हम तक पहुंच सके ताकत नही किसी गोली में
एक फौजी की ताकत होती सिर्फ जय हिंद की बोली में
आओ सब मिल कर जय हिन्द बोलो अलग अलग टोली में
वीर कुमार जैन
19 सितंबर 2021