प्रभु राम
हर्षित जीवन पुष्प सामान
करे नित प्रभु आपका ध्यान।
तन रहे स्वस्थ
मन ना हो मैली।
रूप सलोना मंद मुस्कान
माथे तिलक शोभे ।
हाथ तीर -कमान (धनुष)
पग नुपुर।
नित हो ऐसी सुबह-शाम
प्रभु रहे आपका ही ध्यान।
मन रहे स्वस्थ
तन ना मैली हो।
देना ऐसा वरदान
बस रहे आपका ध्यान
-डॉ. सीमा कुमारी.29-12-024क स्वरचित रचना है मेरी जिसे आज प्रकाशित कर रही हूं।