प्रभु के प्रति रहें कृतज्ञ
सपना सच हो जाए तो
प्रभु के प्रति रहें कृतज्ञ
क्या होगी भवतव्यता
बस केवल वही सुविज्ञ
ईश्वर की कृपा से पूर्ण
होते जीव के हर स्वप्न
सन्मति औ सद्मार्ग भी
हरि प्रेरणा के ही रत्न
कर्ता केवल एक है इस
तथ्य का रखिए ध्यान
माया से निवृत्ति का वर
दे सकता बस भगवान