प्रभु की लीला प्रभु जाने, या जाने करतार l
प्रभु की लीला प्रभु जाने, या जाने करतार l
कलयुग में बाबा को बेचों, वाह रे धंधेबाज ll
अभी अभी निकला था घर से, पहुंचा मंदिर जाके l
वीआईपी दर्शन की पर्ची, बिक रही हैं फर्राटे ll
सौदा हो रहा दर्शन का, न डर लगता पाप l
मौन व्रत ईश्वर ने कीन्हा, हमसे न देखा जात ll
इसीलिए तो मेरा अब, मोहभंग हो रहा हैं l
महाकाल बाबा को भी अब, धंधा बना दिया हैं ll
इनके लै परमेश्वर माया, न कालों के काल l
लोगों के जज्बात से खेलत, ये हैं फंदेबाज ll
प्रभु की लीला प्रभु जाने, या जाने करतार l
कलयुग में बाबा को बेचों, वाह रे धंधेबाज ll
लोधी श्याम सिंह तेजपुरिया