प्रपोज डे
करूँ आज के दिवस मैं, तुझे फिर से प्रपोज
तार प्रेम के जुड़ेगे , बनो आप मधु खोज
बातें दिल की कहूँ जो ,और मान लो आप
बंधन प्रेम का फले तब , करो प्रेम का जाप
ऐसे मत हिचकिचाओ, कह दो मन की बात
किसी वजह यदि चूकते, खा जाओगे मात
एक बरस के बाद के , अन्तराल को झेल
बात प्रेम की कहे बस, और बढ़ा ले मेल
होंगी प्रपोज तभी मैं , जब तू दे उपहार
मन मेरा तब नृत्य कर ,करे सौलह श्रृंगार