प्रत्याशियों हेतु चुनावी दोहे
पांच साल की सेवा को, करते हैं सब याद।
पांच साल फिर दीजिए, है मेरी फरियाद।।01
जनता की सेवा करूँ, बस इतनी सी चाह।
पांच साल के काल में, भरे न कोई आह।।02
राजा ना, सेवक चुनें, कर के ये विश्वास।
जनता के सम्मान में,बीतेगी हर सांस।।03
अब यह नन्हे वारसी, खड़ा सभी के द्वार।
पांच साल सेवा करे, जनता के दरबार।।04
पिपरा की जनता चुने, ऐसा अब किरदार।
गुलाम सरवर वारसी, जैसा सच्चा यार।।05
पांच साल को याद कर, हो जाएं तैयार।
नन्हें ही परधान हों, फिर से अबकी बार।।06
नन्हें ही हैं बस गए, जन मे अबकी बार।
सच्चे सेवक हैं यही, जनता करे पुकार।।07
✍️जटाशंकर”जटा”
१०-०३-२०२१