प्रजातंत्र की मेज पर , उठने लगे सवाल !
शिक्षा को सौदा समझ, करना मत व्यापार !
हर कन्या को दीजिये, शिक्षा का अधिकार !!
हर बचपन को चाहिए,शिक्षा का अधिकार !
इस सपने को जल्द से,जल्द करो साकार !!
प्रजातंत्र की मेज पर , उठने लगे सवाल !
नेता अफसर चोर हैं , कैसे रखें ख़याल !!
कर लेना ही ठीक है, बात हमे स्वीकार !
आगे भ्रष्टाचार के…. हम जाते हैं हार !!
रमेश शर्मा