प्यार
प्यार से तुम हमें यूं बुलाओ सनम,
अपनी दुनिया यूं ही बस सुहानी रहे
होगा जो कुछ भी होना है कल में भले,
आज में अपनी उत्तम कहानी रहे
साथ में अपनी उम्दा कहानी रहे
प्यार में तुमको सुनना सुनाना भी है
गीत में ढाल कर गुनगुना भी है
मेहंदी का रंग जैसा है वैसा रहे
गाढ़ा बस वो मेरे प्यार जैसा रहे
प्यार है अब उमर भर को तुमसे सनम
ना की जब तक हसीन ये जवानी रहे
प्यार से तुम हमें यूं बुलाओ सनम..
अपनी दुनिया यूं ही बस सुहानी रहे..
-मोहन