Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2018 · 1 min read

प्यार मोहब्बत इश्क की बाते

सपने क्या है मेरे कैसे मैं खुलेआम कह दूं
दिल में मेरे भी है कोई कैसे उसका नाम कह दूं।
बिन्दी रोली चुड़ी कँगन हमको भी अच्छे लगते है
प्यार मोहब्बत इश्क़ की बाते कैसे सरेआम कह दूं।

Language: Hindi
2 Likes · 449 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सोनेवानी के घनघोर जंगल
सोनेवानी के घनघोर जंगल
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सदा के लिए
सदा के लिए
Saraswati Bajpai
अब भी दुनिया का सबसे कठिन विषय
अब भी दुनिया का सबसे कठिन विषय "प्रेम" ही है
DEVESH KUMAR PANDEY
जनमदिन तुम्हारा !!
जनमदिन तुम्हारा !!
Dhriti Mishra
मोरे मन-मंदिर....।
मोरे मन-मंदिर....।
Kanchan Khanna
खामोश अवशेष ....
खामोश अवशेष ....
sushil sarna
आदमी बेकार होता जा रहा है
आदमी बेकार होता जा रहा है
हरवंश हृदय
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
अंधा बांटे रेबड़ी, फिर फिर अपनों के देवे – कहावत/ DR. MUSAFIR BAITHA
अंधा बांटे रेबड़ी, फिर फिर अपनों के देवे – कहावत/ DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
हमको नहीं गम कुछ भी
हमको नहीं गम कुछ भी
gurudeenverma198
धार में सम्माहित हूं
धार में सम्माहित हूं
AMRESH KUMAR VERMA
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
manjula chauhan
■ प्रणय के मुक्तक
■ प्रणय के मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
लिबास दर लिबास बदलता इंसान
लिबास दर लिबास बदलता इंसान
Harminder Kaur
तसव्वुर
तसव्वुर
Shyam Sundar Subramanian
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
ओनिका सेतिया 'अनु '
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
2315.पूर्णिका
2315.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
goutam shaw
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
umesh mehra
‘ विरोधरस ‘---7. || विरोधरस के अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---7. || विरोधरस के अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
तोलेंगे सब कम मगर,
तोलेंगे सब कम मगर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
Rajesh vyas
कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क,
कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क,
डी. के. निवातिया
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
Pratibha Pandey
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"पापा की परी"
Yogendra Chaturwedi
नन्ही परी चिया
नन्ही परी चिया
Dr Archana Gupta
मेरे राम
मेरे राम
Ajay Mishra
Loading...