तू चांद बारू हमार
तू चांद बारू हमार
हम तोहार आकाश
जब भी तोहके देखी ला
दिलवा धड़के ला हमार
जैसे तू ही चाहत के आश बारू
तू ही बारु हमरा जीवन के प्रकाश
तोहरा से दूर हो के कैसे जी ही
तोहर ई जान ,आकाश।।
नितु साह
तू चांद बारू हमार
हम तोहार आकाश
जब भी तोहके देखी ला
दिलवा धड़के ला हमार
जैसे तू ही चाहत के आश बारू
तू ही बारु हमरा जीवन के प्रकाश
तोहरा से दूर हो के कैसे जी ही
तोहर ई जान ,आकाश।।
नितु साह