प्यार मगर जिंदा है
ठहरा दिल है,धड़कनों की रफ्तार मगर जिंदा है
दूर तुम हो दूर हम हैं प्यार मगर जिंदा है
अब भी मेरी धड़कनों में नाम तेरा चलता है
आगाज हो भले मेरा अंजाम तेरा चलता है
याद तेरी अब तलक मन में है मेरे बसी
तेरी वो बेबाकियां जीवन में है मेरे बसी
दिल न रोया,आंसुओं की धार मगर जिंदा है
दूर तुम हो दूर हम हैं प्यार मगर जिंदा है
एक कड़वा घूंट मान पी रहा हूं जिंदगी
तेरी याद के सहारे जी रहा हूं जिंदगी
दिन हैं रूठे और ये रातें हैं काली अब तलक
निकले तुम जहां से वो स्थान खाली अब तलक
भूले हो तुम तुम्हारा इकरार मगर जिंदा है
दूर तुम हो दूर हम हैं प्यार मगर जिंदा है
विक्रम कुमार
मनोरा, वैशाली