प्यार दीवाना ही नहीं होता
प्यार दीवाना ही नहीं होता
सिर्फ याराना ही नहीं होता
प्यार को नाप कौन पाया है
इसका पैमाना ही नहीं होता
प्यार की लौ पे जलने वालों में
सिर्फ परवाना ही नहीं होता
प्यार का जाम तो कहीं पी लो
इसका मयखाना ही नहीं होता
प्यार में भूल जाता जग इंसा
खुद से बेगाना ही नहीं होता
जिंदगी भर निभाना पड़ता है
प्यार को गाना ही नहीं होता
प्यार के रंग हैं बहुत सारे
रूप को पाना ही नहीं होता
इश्क करना है वो खता जिसमें
कोई जुर्माना ही नहीं होता
‘अर्चना’ प्यार एक ऐसी शह
जिसको बस पाना ही नहीं होता
डॉ अर्चना गुप्ता
08.05.2024