प्यार दिखा के गौरी तुमने
प्यार दिखा के गौरी तुमने
शमशीर मेरे चुबो दिया…
सबकुछ छोड-छाड के संग मे
मै तो तेरे आया था
देगी ऐसी दगा तु मुझको
कभी नही भरमाया था
जिस कुए से प्यास बुझाई
उसी मे तुमने डुबो दिया
प्यार दिखा के गौरी तुमने
शमशीर मेरे चुबो दिया…
कोकिल सी बोली सुनके गौरी
खूब लगाई थी मैने जौरी
इसके बीच न ध्यान आया
कच्ची है मेरी प्रेम की डोरी
हाथ-पाव जोडे तेरे आगे
फ़िर भी दिल को तोड दिया
प्यार दिखा के गौरी तुमने
शमशीर मेरे चुबो दिया…
इक बार तो बनके देखती मेरी
देता सब-कुछ जो तु लेरी
हाथ मे नही अब कुश भी मेरे
हो गई गौरी बहुत ही देरी
जिस हाथ से आंसू पोछे
उन्ही से आज तुमने रुला दिया
प्यार दिखा के गौरी तुमने
शमशीर मेरे चुबो दिया…
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कृष्ण सैनी