*प्यार तो होगा*
तुझको शिकायत है आज भी मुझसे
इस बात की तुझसे मुझे शिकायत नहीं
जाकर देख ले कहीं भी इस जहान में
मुझसा प्यार करने वाला मिलेगा नहीं
प्यार में नज़रअंदाज़ करता हूँ मैं
तेरे ग़ुस्से को भी, तू जानता नहीं
मैंने तो मान लिया है अपनी ज़िंदगी तुम्हें
तू अब भी मुझे अपना मानता नहीं
नज़रअंदाज़ करता है तू मेरे इश्क़ को
है जाने किस फ़ितूर में, मालूम नहीं
कौन जाने मैं ही लिखा हूं तेरी क़िस्मत में
क़िस्मत का लिखा भी तो किसी को मालूम नहीं
अब छोड़ दिया है मैंने भी सबकुछ वक्त पर
तू आए ना आए, मैं तो इंतज़ार करना छोड़ूँगा नहीं
राह देखूँगा क़यामत तक तेरी मैं तो
लेकिन तुझसे कभी शिकायत करूँगा नहीं
स्वीकारता हूं मैं ये बात कि
है प्यार मुझको तुमसे, तुम्हें मुझसे नहीं
याद करता हूं तुमको कितना
इस बात का तुमको अहसास नहीं
हो जाएगा तुमको भी एक दिन प्यार
किसी और से होगा, जो मुझसे नहीं
आहें भरेगा, प्यार करेगा एक दिन तू भी
किसी और को करेगा, जो मुझको नहीं।