Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2021 · 1 min read

“ प्यार की अनुभूति “

“ प्यार की अनुभूति “
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
================
तुम अपने होंठों से कोई गीत सुनाओ ,
नयनों की भाषा से मेरा दिल बहलाओ !
अंगों की मादकता से अमृत रस बरसे ,
मन के आँगन में कोई फूल खिलाओ !!
तेरी भीगी भीगी खुसबू ,
को अपने ही पास रखूँ !
तेरी साँसों की रफ़तारों ,
के संग मैं चलता रहूँ !!
रातों की तनहाई में कुछ बात बताओ ,
प्यार भरा जीवन का कोई राग सुनाओ !
अंगों की मादकता से अमृत रस बरसे ,
मन के आँगन में कोई फूल खिलाओ !!
तेरी जुल्फों के साये में ,
मेरी अब रात कटेगी !
जन्मों की प्यासी रूहों ,
की अब प्यास बुझेगी !!
इस मिलन के क्षण को अमर बनाओ ,
जीवन के सुखसागर का आनंद उठाओ !
अंगों की मादकता से अमृत रस बरसे ,
मन के आँगन में कोई फूल खिलाओ !!
हम दूर रहे तुम दूर रहे ,
और नहीं रह सकते हैं !
जीवन तो है साथ मधुर ,
जब संग सदा ही रहते हैं !!
नये गीत सुर का कोई गीत बनाओ ,
मेरे कानों में अमृत धारा बन जाओ !
अंगों की मादकता से अमृत रस बरसे ,
तुम अपने होंठों से कोई गीत सुनाओ !!
नयनों की भाषा से मेरा दिल बहलाओ ,
अंगों की मादकता से अमृत रस बरसे !
मन के आँगन में कोई फूल खिलाओ ,
मन के आँगन में कोई फूल खिलाओ !!
===================
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 439 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं भारत की बेटी...
मैं भारत की बेटी...
Anand Kumar
4035.💐 *पूर्णिका* 💐
4035.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
क्या खोया क्या पाया
क्या खोया क्या पाया
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
Dr arun kumar shastri
Dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
VOICE OF INTERNAL SOUL
VOICE OF INTERNAL SOUL
SURYA PRAKASH SHARMA
उन्नति का जन्मदिन
उन्नति का जन्मदिन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
घटनाएं की नहीं जाती है
घटनाएं की नहीं जाती है
Ajit Kumar "Karn"
मिले हम तुझसे
मिले हम तुझसे
Seema gupta,Alwar
" नज़र "
Dr. Kishan tandon kranti
हम और तुम
हम और तुम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बारिश ने बरस कर फिर गुलशन को बदल डाला ,
बारिश ने बरस कर फिर गुलशन को बदल डाला ,
Neelofar Khan
शहर की गहमा गहमी से दूर
शहर की गहमा गहमी से दूर
हिमांशु Kulshrestha
अकेला
अकेला
Vansh Agarwal
क्यो नकाब लगाती हो
क्यो नकाब लगाती हो
भरत कुमार सोलंकी
महफिलों में अब वो बात नहीं
महफिलों में अब वो बात नहीं
Chitra Bisht
इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई।
इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई।
शेखर सिंह
" दिल की समझ "
Yogendra Chaturwedi
*Love filters down the soul*
*Love filters down the soul*
Poonam Matia
********* बुद्धि  शुद्धि  के दोहे *********
********* बुद्धि शुद्धि के दोहे *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गणपति बैठो जन के मन में
गणपति बैठो जन के मन में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
Chaahat
मतदान और मतदाता
मतदान और मतदाता
विजय कुमार अग्रवाल
एक तरफ धन की बर्बादी ,
एक तरफ धन की बर्बादी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
अगर प्यार तुम हमसे करोगे
अगर प्यार तुम हमसे करोगे
gurudeenverma198
चढ़ते सूरज को सभी,
चढ़ते सूरज को सभी,
sushil sarna
" अकेलापन की तड़प"
Pushpraj Anant
इश्क़ और इंकलाब
इश्क़ और इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
🙅पहचान🙅
🙅पहचान🙅
*प्रणय*
Cá độ qua 188bet.com, 64 bị cáo hầu tòa
Cá độ qua 188bet.com, 64 bị cáo hầu tòa
Cá độ qua 188bet.com
जीवन
जीवन
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
Loading...