Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2024 · 1 min read

प्यार का उत्साह

प्यार का उत्साह (वर्ण पिरामिड)

मैं
होता
रहता
उत्साहित
जब प्रेमिल
स्वर की सरिता
इठलाती बहती।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 42 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

क्यों ज़रूरी है स्कूटी !
क्यों ज़रूरी है स्कूटी !
Rakesh Bahanwal
सफ़र जो खुद से मिला दे।
सफ़र जो खुद से मिला दे।
Rekha khichi
श्याम जी
श्याम जी
Sukeshini Budhawne
काम चलता रहता निर्द्वंद्व
काम चलता रहता निर्द्वंद्व
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
इंतज़ार
इंतज़ार
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
तस्वीरों का सच
तस्वीरों का सच
Chitra Bisht
पाक दामन कौन है यहां ?
पाक दामन कौन है यहां ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
3907.💐 *पूर्णिका* 💐
3907.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जब दिल टूटता है
जब दिल टूटता है
VINOD CHAUHAN
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
Shweta Soni
काम
काम
Shriyansh Gupta
सज्ज अगर न आज होगा....
सज्ज अगर न आज होगा....
डॉ.सीमा अग्रवाल
हश्र का वह मंज़र
हश्र का वह मंज़र
Shekhar Chandra Mitra
बुंदेली मुकरियां
बुंदेली मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नज़र नहीं आते
नज़र नहीं आते
surenderpal vaidya
जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये
जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये
Swami Ganganiya
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शीर्षक-
शीर्षक-"यादगार गाँव (संक्षिप्त कविता)
Aarti Ayachit
इस दुनिया में सिर्फ मोबाइल को ही पता होता है उसका मालिक का क
इस दुनिया में सिर्फ मोबाइल को ही पता होता है उसका मालिक का क
Ranjeet kumar patre
हाथों से करके पर्दा निगाहों पर
हाथों से करके पर्दा निगाहों पर
gurudeenverma198
Take responsibility
Take responsibility
पूर्वार्थ
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
आकाश महेशपुरी
मैं मतवाला मस्त फकीरा
मैं मतवाला मस्त फकीरा
लक्ष्मी सिंह
यह गोकुल की गलियां,
यह गोकुल की गलियां,
कार्तिक नितिन शर्मा
I'm a basket full of secrets,
I'm a basket full of secrets,
Chaahat
आ लौट के आजा टंट्या भील
आ लौट के आजा टंट्या भील
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
खाक में मिल जाएगा ये मिट्टी का बदन तेरा.......
shabina. Naaz
Loading...