प्यारे पापा
मेरे पापा, प्यारे पापा
लगते कितने न्यारे पापा
सहते सारा बोझ अकेले
थकते और न हारे पापा
हम हंसते हो जाते ताज़ा
गर हों जो थके-हारे पापा
अम्मा हमको कितना चाहें
दादी के यूं तारे पापा
अब उनके पैर दबाए हम
घर आए थके हारे पापा
अक्सर शोर शराबा सुनकर
लगते अक्सर खारे पापा
© अरशद रसूल