Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2023 · 3 min read

प्यारी दीदी के जन्मदिन पर ❤️❤️❤️❤️

आप का मजबूत बंधन मुझे हमेशा प्रेरणा दे आपको जन्मदिन पर बहुत बहुत शुभकामनाये दी!!
आपकी छोटी बहन की तरफ से प्यार व सम्मान आपको दी आप बहुत अच्छी हो सच्ची सागर जैसी अथाह गहरी हो मेरे लिए जो रिमझिम बूंदों की सिलवटें बनकर मुझ पर अपना वात्सल्य बरसाती रहती हो मेरी सबसे प्यारी प्रेम की पहली किरण हो आप!!
मैंने कुछ ऐसा किया होगा जिसका मूल्य भगवान के पास नहीं था शायद उन्होंने आपको मेरी बहन बना कर भेज दिया!!आप उस मूल्य की अनुपम धरोहर हो जिसे मैं अपनी जिंदगी के हर क्षण हर पल समेट कर रखुंगी!!

आप अनंत हो असीम हो मेरे लिए …
आप हमेशा मेरी लाइफ के बारे मे सोचती हो लेकिन मेरी ही गलती है कि मैं कभी उस
पर विचार नही करती!!
अंत में मैं बस यही कहना चाहूँगी कि आप जैसी बहन भगवान किसी को ना दे ताकि ऐसी नायाब बहन सिर्फ़ मेरे पास होने का मुझे गर्व हो !!
दी आपका बड़प्पन और आपका प्यार मुझमें हमेंशा प्रवाहित हुआ जैसे नदी मे रेत बहती हो वो सिर्फ आपके ममता करुणा से था जो मेरे रंग रंग में समायी हुई है!!
आप अनंत हो असीम हो मेरे लिए,आप सुंदर सकारात्मक प्रतिभा से भरपूर मेरी ऊर्जा हो दी जो मुझे हर पल सुकून देती है!!
आपकी अहमियत सुख दुख जब भी जिस मौसम में हम आपको आवाज दिये आप थी या फिर आप बिन कहे समझ गयी थी!!
भीड़ थी या तन्हाई जब भी मुझे जरूरत पड़ी सिर्फ आप ही याद आई थी!!
मुझे याद है दी मैं जब जब भी मुस्कुराई थी मेरे पीछे आप ही तो थी !!
आप मेरे लिए फूल सी हो गीत सी भोर सी हो जैसे मेरे हर मर्ज की दवा तुम ही हो और ऐसे ही बने रहना हमेशा हमेशा मेरे लिए सिर्फ मेरे लिए!!
कभी कभी मैं सोची हूं कि आपका नाम मक्खन ही क्यों न रख दूं, सब कुछ अपना प्यार जो मुझपे ही उडेलती आई हो!!
जो आप मुझमें ऐसा ख्याल हो जिसे मैं सोच सोच कर मुस्कुराती हूं कभी सोची कि कब केक रख दूं जो इत्ती मीठी सी हो आप🙈 कभी सोची रेनबो रख दूं क्या जो सारे रंग मुझमें तुमसे ही तो हैं!!
फिर सोची अडोरेबल रख दूं मेरी बहन से प्यारी कोई है भी तो नहीं!!
सब कुछ तो सोचती हूं पर तुमसे प्यारा कुछ नहीं लगता!!
माँ का दर्जा भी तो आपको ही मिला है हम भी कही न कहीं आपसे आपमें रहते हैं और आप हमेंशा मुझमें हैं और ईश्वर से प्रार्थना भी जब भी किये यही मांगे हैं !!
ढूढने से भी कहाँ कोई आप जैसा मिल पायेगा खुद ईश्वर ही ढूंढ के देता है ऐसा जो दिल को सुकून दे बस वो आप ही हो!!
हम सोच रहें थे कि कुछ लिखूँ आप पर लेकिन शब्द कहा मिल पर रहे हैं जो आपको समेट कर कागज पर उडेल सकूँ!! हमने तो बस एक प्रयास किया था कि आपको शब्दों में बांध लू पर मैं नासमझ थी क्या ही करती दी!!अब अगर लिखना बंद कर रही हूं तो किसी शब्दों मे मुझे या मेरा आपके प्रति जो प्रेम है उसे ढूंढकर सब कुछ ही समझ जाना आप!!
आपके स्नेह के बारे में मैं क्या लिखू और कितना लिखू जो मुझ पर अनंत है!! जितना भी लिखू मन ही नहीं भरता दी🥹🥹

एडवांस विश यू वेरी-वेरी हैप्पी बर्थडे दिदु🎂🎂🎂🥳🥳🥳🥳❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

(स्वरा कुमारी आर्या) ✍️

1 Like · 2 Comments · 215 Views

You may also like these posts

रोक दो ये पल
रोक दो ये पल
Surinder blackpen
राह चलने से ही कटती है चला करते हैं।
राह चलने से ही कटती है चला करते हैं।
Kumar Kalhans
*किसी कार्य में हाथ लगाना (हास्य व्यंग्य)*
*किसी कार्य में हाथ लगाना (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
बोलो क्या कहना है बोलो !!
बोलो क्या कहना है बोलो !!
Ramswaroop Dinkar
अजर अमर सतनाम
अजर अमर सतनाम
Dr. Kishan tandon kranti
लैला मजनू
लैला मजनू
पूर्वार्थ
स्वतंत्रता
स्वतंत्रता
Shashi Mahajan
मांओं को
मांओं को
Shweta Soni
जिंदगी को बड़े फक्र से जी लिया।
जिंदगी को बड़े फक्र से जी लिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मंजिल की तलाश जारी है कब तक मुझसे बचकर चलेगी तू ।
मंजिल की तलाश जारी है कब तक मुझसे बचकर चलेगी तू ।
Phool gufran
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
Kanchan Alok Malu
भूख .....
भूख .....
sushil sarna
মা মনসার গান
মা মনসার গান
Arghyadeep Chakraborty
कविता
कविता
Nmita Sharma
बांग्लादेश और हिन्दू
बांग्लादेश और हिन्दू
ललकार भारद्वाज
ठीक नहीं ।
ठीक नहीं ।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
I dreamt of the night we danced beneath the moon’s tender li
I dreamt of the night we danced beneath the moon’s tender li
Manisha Manjari
मन: स्थिति
मन: स्थिति
Kirtika Namdev
मैं रूठ जाता हूँ खुद से, उससे, सबसे
मैं रूठ जाता हूँ खुद से, उससे, सबसे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
Rituraj shivem verma
"एक पैगाम देश की मिट्टी के नाम"
Pushpraj Anant
👌तेवरी👌
👌तेवरी👌
*प्रणय*
2786. *पूर्णिका*
2786. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जिस पनघट के नीर से, सदा बुझायी प्यास
जिस पनघट के नीर से, सदा बुझायी प्यास
RAMESH SHARMA
*वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)*
*वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)*
Dushyant Kumar
एक श्वास पर खुद की भी अपना हक नहीं
एक श्वास पर खुद की भी अपना हक नहीं
Saraswati Bajpai
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
surenderpal vaidya
कितने ही झूठ की बैसाखी बना लो,
कितने ही झूठ की बैसाखी बना लो,
श्याम सांवरा
Loading...