Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2024 · 1 min read

प्यारा सितारा

चले हैं हम गमों की राहों में,
खुशियों की तलाश में हर साज हैं।
हर दर्द में छिपी है एक सच्चाई,
सपनों की डोर से बंधे हैं हम आज हैं।

हर सुबह नई किरण लाती है,
गमों की रातें कुछ और कहती हैं।
दिल की गहराइयों में छिपी है उम्मीद,
खुशियों की लहरें कभी ना थमती हैं।

चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं,
हम फिर भी हंसते रहेंगे सदा।
गमों की बारिश में भी खिलेंगे फूल,
खुशियों का चमन रहेगा हर कदम पर।

गमों का ये शहर है, पर सुंदर भी है,
खुशियों की चमक में छिपा है एक नज़ारा।
इस दिल की धड़कन में बसी हैं खुशियां,
गमों की गोद में है एक प्यारा सितारा।

—श्रीहर्ष—

Language: Hindi
16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
श्याम बदरा
श्याम बदरा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अगर हो दिल में प्रीत तो,
अगर हो दिल में प्रीत तो,
Priya princess panwar
ये कैसी आज़ादी
ये कैसी आज़ादी
Rekha Drolia
"Becoming a writer is a privilege, but being a reader is alw
Manisha Manjari
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
गुरु ही साक्षात ईश्वर
गुरु ही साक्षात ईश्वर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
आयेगी मौत जब
आयेगी मौत जब
Dr fauzia Naseem shad
वो एक एहसास
वो एक एहसास
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
तस्वीर तुम्हारी देखी तो
तस्वीर तुम्हारी देखी तो
VINOD CHAUHAN
छिप-छिप अश्रु बहाने वालों, मोती व्यर्थ बहाने वालों
छिप-छिप अश्रु बहाने वालों, मोती व्यर्थ बहाने वालों
पूर्वार्थ
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
आजकल सबसे जल्दी कोई चीज टूटती है!
आजकल सबसे जल्दी कोई चीज टूटती है!
उमेश बैरवा
Me and My Yoga Mat!
Me and My Yoga Mat!
R. H. SRIDEVI
#प्रेमी मित्र
#प्रेमी मित्र
Radheshyam Khatik
#वंदन_अभिनंदन
#वंदन_अभिनंदन
*प्रणय प्रभात*
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
आज देव दीपावली...
आज देव दीपावली...
डॉ.सीमा अग्रवाल
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏
चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
माँ की पीड़ा
माँ की पीड़ा
Sagar Yadav Zakhmi
बिल्ली
बिल्ली
Vijay kumar Pandey
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
कवि रमेशराज
धन की खातिर तन बिका, साथ बिका ईमान ।
धन की खातिर तन बिका, साथ बिका ईमान ।
sushil sarna
3105.*पूर्णिका*
3105.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" रौनकें "
Dr. Kishan tandon kranti
मोक्ष
मोक्ष
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
.
.
Shwet Kumar Sinha
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
Sandeep Kumar
Loading...