पौधा
थोड़ा-थोड़ा पैसा जोड़कर एक पौधा वर्षा ऋतु में जमीन को कुरेदकर लगाया मैनें एक पौधा।
फिर धीरे-धीरे अमृत जल से संचित कर अंतरंग मन के साथ लगाया था एक पौधा नाम पता न था किस प्रजाति का है यह पौधा
लेकिन मैंने सुना पढ़ा था ग्रंथ और पुस्तकों से कुबेर धन संपदा
बरसता है यह पौधा। हमारे वैज्ञानिकों ने पश्चात संस्कृति की
भाषा में नाम दिया इस पौधे का मनी प्लांट का पौधा मैं भी सोच
कर इसलिए लगाया था यह पौधा की कार्तिक तू है कंगाल बड़ा इस
पौधे को लगा कर देख तेरे जीवन में क्या चमत्कार होता है बड़ा
लाया एक छोटा पौधा खरीद कर लगा दिया घर के आंगन में यह
पौधा जब धीरे-धीरे बड़ा हुआ यह मनी प्लांट का पौधा कब धीरे-धीरे
बड़ा हुआ मनी प्लांट का पौधा मै बड़ा खुश हुआ।
अब धन से पूर्ण भरा होगा घर आंगन मेरा कुछ समय वाद इतना धन बरसा की कल्पना मात्र
सोचकर धनवान हुआ मेरे नीरव मन का कोना।
कार्तिक नितिन शर्मा