पेड़ लगाओ
२)
” पेड़ लगाओ ”
नदी चेतन्य चाहिए !?
हिन्दी धन्य चाहिए ?!
तो फिर करना होगा इक काम
पेड़ लगाना ही है मन में लो तुम ठान
एक पेड़ लाखों को देखता ऑक्सीजन
जीव जन्तु को मिलता इससे जीवन
पेड़ों का जब जंगल होगा
बादलों का दिल पसीजेगा
आएँगे वो इस ओर
बारिश होगी घनघोर
नदियाँ-झरने-ताल-सरोवर
जाएंगे सभी लबालब भर
प्रकृति होगी ख़ुशहाल
ख़ुश रहेंगे बूढ़े ,युवा और बाल
क्योंकि
पेड़ है तो जीव जन्तु हैं
जीव जन्तु हैं तो मानव है
प्रकृति से निर्मित पल है
पेड़ों से ही तो जल है
हम इंसानों का कल है
और इन सबसे बढ़कर क़ुदरत है
संतुलन से ही कुदरत संरक्षण है
स्वरचित और मौलिक
उषा गुप्ता, इंदौर