पेट दर्द
लेखक – डा. अरुण कुमार शास्त्री
शीर्षक
पेट क दर्द
राखी को पेट में दर्द था , कई दिनों से लेकिन वो कुछ निर्णय नही कर पा रही थी कि हुआ क्या है |
फिर उसने अपना चेकअप कराने की सोची , रिपोर्ट देख कर उसके पाओं के नीचे से जमीन खिसक गई |
वो स्लो पोइजन का शिकार थी , घर में सिर्फ दो प्राणी वो और उसका पति | तो फिर ऐसा कौन जिसको उस से इतनी घृणा |
सोचते सोचते उसे नींद आ गई और फिर एक सपना, उस स्पने में जो उसने देखा उसकी सच्चाई से इन्कार करना असम्भव था | अपनी रिपोर्ट की बात उसने गुप्त रखी | लेकिन अब वो खाने पीने मे अत्यन्त सावधान थी | डा. की सलाह, पोलिस रिपोर्ट करने के बाबत, को उसने मुलामियत से मना कर दिया था | पति की जानकारी के बिना उसने घर में गुप्त कैमरा लगा लिया |
तीसरे दिन से ही उसके पेट क दर्द शान्त था व उसको अब कमजोरी भी नहीं थी | बस अब उसकी चिन्ता क विषय था, वो स्लो पोइजन का षड्यन्त्र कारी कौन ?
वो सहजता से अपनी नोकरी व गृह कार्य में ध्यान देने लगी | जैसे कुछ हुआ ही न हो, कोइ भी तरल पदार्थ या बना हुआ ऐसा खाना जो उसके पति लाते थे वो नम्रता से उसको लेने या बहाने से कुछ देर बाद लेने का नाटक करती, या भूख नही जैसे शब्द इस्तेमाल करती | वो भी जिद्द नही करते सप्ताह में ४ दिन तो उनका खाना खास कर रात का खाना बाहर ही होता था ऐसे में वहाँ मिलावट की सम्भाव्नायें न के बराबर थी |
आज सावधानी रखते १५ दिन हो गए थे और उसका दर्द अब खतम हो चुका था | डा. की दवाई भी अब बन्द हो चुकी थी | रिपिट चेक रिपोर्ट भी क्लीयर थी |
फिर वो खबर आई जिस का लेश मात्र भी आभास न था उसे – उसके पति ड्रग्स लेने खरीदने व बेचने के अपराध में नार्कोटिक्स विभाग द्वारा कस्टडी में लिए गए उनकी कम्पनी सील हुई ६ घन्टे की पूछताछ के उपरान्त उनको २० दिन की पोलिस कस्टडी में रखा गया |
उसने अपना पतिधर्म निभाया शहर का नामी वकील किया ६ माह की घोर भागदौड के बाद उनको जमानत मिली लेकिन दोषमुक्त नही हुए – व्यक्तिगत बातचीत में उन्होने उसको सब बात बताई के उन्होने ये ड्रग्स का काम क्युं किया सुन कर उसको पहले तो भरोसा न हुआ फिर उसने हिम्मत करके उनकी बात मान ली | आखिर भारतीय नारी थी करती भी क्या ?
अपना घर बचाया जो उसी के आगमन से मकान से घर बना था | लेकिन एक दिन उनके सामान से एक सी डी मिली जिसे देख कर उसकी रही सही हिम्मत भी जबाब दे गई |
आप सोचते होंगे ऐसा क्या था उस सी डी में ?
तो सुनिए – उस सी डी में उसके पति की पूर्व शादी का वीडियो था और उसके उस शादी से 2 बच्चों आदि के साथ उसके अनेक चित्र जो उसी शहर के सूदूर क्षेत्र – में रह्ते हैं जो उस वीडियो के अन्दर दिखे मकान के नेम प्लेट से पता चला |
अब उसके सब्र क बाँध टूट चुका था उसने पति से साफ साफ बात की – तो उन्होने चुपचाप सब स्वीकार कर लिया और उस से माफी मांगी |
उन्होने काम वाली बाई के रुप में अपनी पूर्व पत्नी व उसके दारा उसको दिए गए ड्रग्स का भी दोष स्वीकार किया – उस से शादी का चक्कर भी पैसे व प्रोपर्टी के लालच में उन्होने जो चलाया था उस दोष को भी उन्होने स्वीकार किया | उस से उसके चरनों में वैठ कर माफी मांगी |
अब इसके लिए इसके मन में आन्दोलन खडा हो गया क्या करे क्या न करे आखिर सामाजिक परिवेश के चलते उसने सभी परिस्थितित्यों को स्वीकार कर सम्झौता कर लिया – लेकिन उसके बाद वो कभी सहज न हो पाई |