पुष्प चढ़ाए ज्यौं हरि मिलै—- पुष्प चढ़ाए ज्यौं हरि मिलै, ताहि चढ़ाऊं हार। तोसो श्रेष्ठ अन्न भली भली, काटि खाये संसार।।