पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
मुक्तक
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
हमारी धाक दुनियां में जमीं, दुनियां ने माना है।
विजय है चांद पर पाई, चले अब सूर्य से मिलने,
के हम अब वो नहीं, कदमों में मेरे खुद जमाना है।
……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी