पिया पी के रहे पगलाइल
कूलर फिरिज बेंचि आइल बाटे टिबियो उठऽवले
पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले
बाबूजी ई कहलें दामाद बाड़ें आला
सोचनी ना बुझनी पेन्हाइ दिहनी माला
तहिये से जिनिगी हेराइल बाटे रोंवा डहकऽवले-
पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले
नइहर से मिलल बाटे पलँग रजाई
बाकि पिया सुति जाला रोडवे प जाई
आजुओ सनेस बा सुनाइल बाटे नाक कटवऽवले-
पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले
लोग के टिभोली नाहीं तनिको सहाला
सरबिया ब कहे लोग माथ झुकि जाला
रसे नाहीं पीअल खाइल बाटे जिउ सनकऽवले-
पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 24/10/2021