पिता
तुम आगे बढ़ो मैं तुम्हारे साथ हूं
तुम्हारे कदम जब लड़खड़ाएंगे
मैं देखता रहुंगा,तुम्हारे संभलने तक
तुम्हें गिरता हुआ चोट से लहूलुहान
देखुंगा,परंतु तुम्हें,हारा हुआ कभी नहीं देखुंगा
स्वरचित
तुम आगे बढ़ो मैं तुम्हारे साथ हूं
तुम्हारे कदम जब लड़खड़ाएंगे
मैं देखता रहुंगा,तुम्हारे संभलने तक
तुम्हें गिरता हुआ चोट से लहूलुहान
देखुंगा,परंतु तुम्हें,हारा हुआ कभी नहीं देखुंगा
स्वरचित