पिता विशेष
पिता का प्रेम
हर मुशकिल में
काम आता है ।
पिता का साया
डर है घबराया
ठहरा नहीं ।
पास संपत्ती
पिता की अभिव्यक्ति
समय साथ ।
हद से ऊँची
दिवारें गिर गईं
पिता कदम ।
जीवन धुप
पिता की छत्रछाया
साँझ सुहानी ।
पिता हैं अक्छ
परिवार पहिया
संतुलित है ।
पिता की यादें
जद्दोजहद शवब
चीज गजब ।
ख़ुशी सीमटे
उम्मीद की लपटें
पिता की यादें ।
पिता की शक्ति
मन की संपत्ति
दुर विपत्ति ।
पिता एक देश
भावना समावेश
रोम रोम में ।
पिता आशिष
कठिनाई का शीष
झुक जाता है ।
पिता गुम्बद
झुके जहाँ पर्वत
धराशायी हो ।
स्वर्ग संम्पदा
समीप है सारंग
पिता के संग ।
पिता के नेत्र
दुर विस्तरीत छेत्र
खंगाल आते ।
राजीव कुमार
क्वार्टर नंः 2058
सेक्टर 12 डी
बोकारो स्टील सिटी 827012
झारखण्ड
भारत
मोः 8797905224