पिता का पुरस्कार
परमपिता ने ऐसा
किसी को पैदा किया ही नहीं
जो अपने लिए
कभी जीया ही नहीं
मार कर अपनी इच्छाएं
बच्चों के लिए ही जीता है
हर घर में ऐसा पिता है
हड्डीयाँ कड़का ली बोझ तले
कि सुख से परिवार पले
इच्छा थी कि उम्र के इस पड़ाव में बच्चे भी साथ रहें
सुन लिया कि आप ने हमारे लिए
कुछ किया ही नहीं ।
राजीव कुमार
सेक्टर १२ डी
क्वार्टर नं ः २०५८
बोकारो स्टील सिटी ८२७०१२
झारखण्ड