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27 Sep 2022 · 1 min read

पावन तेरे चरण , पावन तेरी छवि कान्हा

पावन तेरे चरण , पावन तेरी छवि कान्हा
आ गया हूँ तेरे चरणों में , अपना लो मुझे कान्हा

भक्ति रस में डूबकर , निखर जाऊं मैं
चरणों में मुझे रख लो, शागिर्द बना लो कान्हा

तेरी सूरत , तेरी छवि पर , मोहित हो गया हूँ मैं
भक्ति के रंग में रंग दो, सुदामा समझ के कान्हा

ग्वालनें हुई आशिक़ सभी , मोहक छवि पर तेरी
एक बार वंशी बजा दो , ग्वालों के प्यारे कान्हा

आशिक़ी में तेरी हम हुए , कुछ इस तरह से घायल
इक बार तो सबको , दरश दिखा दो कान्हा

जी रहे हैं सभी प्राणी , एक आस में तेरी
सब पर कृपा बरसा दो , नन्द के दुलारे कान्हा

कोई कहे कृष्ण तुझे, कोई कहे कन्हैया
भक्तों के प्यारे हे सखा तुम , पार लगा दो नैया

खेवनहार हो तुम , प्रजापालक हो सभी के
पार लगा दो जीवन नैया, मोक्ष राह दिखाओ कान्हा

पावन तेरे चरण , पावन तेरी छवि कान्हा
आ गया हूँ तेरे चरणों में , अपना लो मुझे कान्हा

भक्ति रस में डूबकर , निखर जाऊं मैं
चरणों में मुझे रख लो, शागिर्द बना लो कान्हा

4 Likes · 2 Comments · 177 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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