पापा
मैं हूँ पापा की परी , उनकी दिल-ओ-जान।
दिनभर मनमानी करूं , कहते वो शैतान।
पापा जी मेरे लिए , लाना मिल्की बार।
देर किया तुमने अगर, नहीं मिलेगा प्यार।।
वेधा सिंह
मैं हूँ पापा की परी , उनकी दिल-ओ-जान।
दिनभर मनमानी करूं , कहते वो शैतान।
पापा जी मेरे लिए , लाना मिल्की बार।
देर किया तुमने अगर, नहीं मिलेगा प्यार।।
वेधा सिंह