“पापा की परी”
“पापा की परी”
पापा की परियांँ होती है बिटिया ।
बिटिया की गलतियों पर डाटती है मांँ,
पर पापा से दुलार पाती है बिटिया।
बिटिया के बिना हर घर लगता है सुना ,
बिटिया की हसीं से हर घर होता है खुशनुमा।
बिटिया के सोचने से पहले ही ,
सारी इच्छाएं पूरी करते हैं पापा।
पापा की खुशियांँ होती है बिटिया
पापा की परियांँ होती है बिटिया।
पापा की परियांँ होती है बिटिया।
……..✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी