पानी सिर से गुजर गया.
ढूंढती है नज़र दर-बदर
न जाने ओ किधर गया
आँखों में खून उतर गया
पानी सिर से गुजर गया.
मानवता का साथ निभाने को
संग उसके जाने को
वक़्त भी देखो ठहर गया
पानी सिर से गुजर गया.
धरी रह जायेगी सारी अकड़-अंगड़ाई
होगी अब आर-पार की लड़ाई
वार्ता का दौर है निकल गया
पानी सिर से गुजर गया.
होगा नहीं वह कामयाब कभी
पूरे होंगे कश्मीर के उसके”विशाल”ख्वाब नहीं
काम ओ ऐसा कर गया
पानी सिर से गुजर गया.