*”पहेली *”
“पहेली”
हर सवाल ,
जवाब है ढूंढती ,
बूझे पहेली ।
एक पहेली ,
जानी पहचानी सी ,
समझ खेली।
आत्म विश्वास,
सुख दुःख जीवन ,
बनी सहेली ।
कभी हंसाये ,
कभी गम के साये ,
कैसी पहेली।
जीवन अजब गजब पहेली जितना बूझो उतनी सूझे पहेली