पहले प्यार की खातिर
पहले प्यार की खातिर हॅसी उल्लास की खातिर ,
में तुझको देखता ऐसे मधुर मधुमास की खातिर,
बहारो फुल की खातिर हद्रय की पीर की खातिर,
मन के द्रारो की खातिर मन के विकारो की खातिर,
मन मेरा डोलता है तेरे ख्यालो की खातिर,
मन मेरा विचलन हो जाता तुम्हारी एक झलक की खातिर ,
मन मेरा यु तडपता है जैसे मछली तडपे नीर की खातिर ,
भरत गेहलोत
जालाेर राजस्थान