Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2024 · 1 min read

पहले क्रम पर दौलत है,आखिर हो गई है रिश्ते और जिंदगी,

पहले क्रम पर दौलत है,आखिर हो गई है रिश्ते और जिंदगी,
सिक्कों की चमक में सब खो गए,
कहां ढूंढे अब हम वो अपने लोग, जिनसे थी कभी बंदगी।।

जिन हाथों ने थामा था,आज उनमें खोट क्यों है?
जो दिल कभी हमारे थे,आज उनकी धड़कन में रोट क्यों है?

अब सबकी नजरें बस जोड़-तोड़ पर,सच्चे रिश्तों की कीमत आधी,
पहले जो थी बातें दिल की,अब बस रह गई हैं खामोश यादें आधी।।

पहले क्रम पर दौलत है,आखिर हो गई है रिश्ते और जिंदगी,
मशहूर हैं लोग अपनी बातें कहने में,पर कौन सुनता है किसी की सच्ची बंदगी?”

12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3107.*पूर्णिका*
3107.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
औरों के लिए जो कोई बढ़ता है,
औरों के लिए जो कोई बढ़ता है,
Ajit Kumar "Karn"
..
..
*प्रणय प्रभात*
जय श्रीराम हो-जय श्रीराम हो।
जय श्रीराम हो-जय श्रीराम हो।
manjula chauhan
हम अपनों से न करें उम्मीद ,
हम अपनों से न करें उम्मीद ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
Neelofar Khan
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
गणपति वंदना (कैसे तेरा करूँ विसर्जन)
गणपति वंदना (कैसे तेरा करूँ विसर्जन)
Dr Archana Gupta
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
rkchaudhary2012
पत्थर की अभिलाषा
पत्थर की अभिलाषा
Shyam Sundar Subramanian
"फितरत"
Ekta chitrangini
हर एक चेहरा निहारता
हर एक चेहरा निहारता
goutam shaw
मानवता का मुखड़ा
मानवता का मुखड़ा
Seema Garg
लिख दूं
लिख दूं
Vivek saswat Shukla
एक डॉक्टर की अंतर्वेदना
एक डॉक्टर की अंतर्वेदना
Dr Mukesh 'Aseemit'
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
आर.एस. 'प्रीतम'
गुनाह मेरा था ही कहाँ
गुनाह मेरा था ही कहाँ
Chaahat
शिकवे शिकायत की
शिकवे शिकायत की
Chitra Bisht
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
पूर्वार्थ
तेरा बना दिया है मुझे
तेरा बना दिया है मुझे
gurudeenverma198
मॉर्निंग वॉक
मॉर्निंग वॉक
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
" इन्तेहाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)*
*खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"ज्ञान रूपी दीपक"
Yogendra Chaturwedi
जी भी लिया करो
जी भी लिया करो
Dr fauzia Naseem shad
पिता
पिता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
" कविता और प्रियतमा
DrLakshman Jha Parimal
I'm always with you
I'm always with you
VINOD CHAUHAN
Loading...