पहली बारिश
वह अंजुरी में पहली बारिश की बूंदों को भरना
इतराना, शर्माना, मुस्कुराना औ’ चेहरे को
बूंदों से धोना घूमना, झुमना, नाचना
पैरों के पाजेब की रुमझुम बजाना
वह अंजुरी में पहली बारिश की बूंदों को भरना । जलती, तपती धरती का मेघ से मिलना
जैसे मिलती है बिरहन पिया से बिछड़ कर
नैनो से नीर का उमड़ना-घुमड़ना
बंजर धरती की कोख का ह्रदय हर्षाना
वह अंजुरी में पहली बारिश की बूंदों को भरना ।
पावस का प्रथम दिवस यह
पहली बूंद का धरा पर आना
धरती के सूखे अधरों पर
बूंद-बूंद अमृत का गिरना
वह अंजुरी में पहली बारिश की बूंदों को भरना ।
कृषि कर्मी मजदूर का अपने खेतों पर जाना
ऐसा लगता है चहुंओर प्रकृति पर
नव-जीवन का लगता पलना
वो अंजुरी में पहली बारिश की बूंदों को भरना ।
अंकुर का वर्षा की बूंदों में नहाना
दामिनी का गगन में धड़कना
गगन का खुशी से गर्जना
कल-कल नदियों का बलखाना
ताल-तलैया का भर जाना
वह अंजुरी में पहली बारिश की बूंदों को भरना ।