पहचान खो दी…!!!!
खामोश ज़िंदगी ने,
ख़ामोशी से मेरी पहचान खो दी….
ज़ुबाँ पर,
जब ज़िक्र आया उसका….
ये आँखों फ़िर हँसते हँसते रो दी….!!!!!
-ज्योति खारी
खामोश ज़िंदगी ने,
ख़ामोशी से मेरी पहचान खो दी….
ज़ुबाँ पर,
जब ज़िक्र आया उसका….
ये आँखों फ़िर हँसते हँसते रो दी….!!!!!
-ज्योति खारी