पहचान के पर अपने उड़ जाना आसमाँ में,
पहचान के पर अपने उड़ जाना आसमाँ में,
कुछ नेक काम करके छा जाना इस जहाँ में,
छोटी सी ज़िंदगी है इसमे बुरा क्या करना,
मुस्कान देके सबको महक जाना गुलिश्तां में।
✍️वैष्णवी गुप्ता (vaishu)
कौशांबी
पहचान के पर अपने उड़ जाना आसमाँ में,
कुछ नेक काम करके छा जाना इस जहाँ में,
छोटी सी ज़िंदगी है इसमे बुरा क्या करना,
मुस्कान देके सबको महक जाना गुलिश्तां में।
✍️वैष्णवी गुप्ता (vaishu)
कौशांबी