पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
पसोपेश में नागराज की संतति
भूमंडल पर नेताओं में पनपी अजब प्रवृत्ति
निठल्लों को पुनर्नियुक्ति की संस्तुति
पुस्तकालय की पुस्तकों में निराशा
पान की दुकानों पर विद्यार्थियों का तमाशा
अभिभावक मुख में सहेजें बताशा
आर्थिक सबलता की टूटी उम्मीद
देवराज इन्द्र ने किया सबकी मिट्टी पलीद
मुआवजा ठीक बंटे सरकारी ताकीद
हर तरफ प्रमाणपत्रों की दरकार
अफसरी का जुनून कहीं शिद्दत से बरकरार
आयोजनों से लक्ष्मी कृपा शानदार
माला से सजे नेता पूरे टाइट
सफलता पर रोज भाषण देना उनका दायित्व
सौ गज दूर पानी को फाइट