*पशु से भिन्न दिखने वाला …. !*
पशु से भिन्न दिखने वाला …. !
बलात्कार को पार्श्विक कहा जाता है,
पर यह पशु की तौहीन है,
पशु बलात्कार नही करते,
सुअर तक नही करता,
मगर आदमी करता है
हरिशंकर परसाई
सलाम – ए – सुबह …
पशु से भिन्न दिखने वाला …. !
बलात्कार को पार्श्विक कहा जाता है,
पर यह पशु की तौहीन है,
पशु बलात्कार नही करते,
सुअर तक नही करता,
मगर आदमी करता है
हरिशंकर परसाई
सलाम – ए – सुबह …