पल-हरपल उनको पाने के सपने सजाने लगे—–
पल-हरपल उनको पाने के सपने सजाने लगे
वो सदा सलामत रहे; यही सजदा करते रहे।
तोहफा ऐसा दिया उसने मेरे अफसाने-इश्क का
हम उनको चाहे और वो दूजे को चाहने लगे।।
पल-हरपल उनको पाने के सपने सजाने लगे
वो सदा सलामत रहे; यही सजदा करते रहे।
तोहफा ऐसा दिया उसने मेरे अफसाने-इश्क का
हम उनको चाहे और वो दूजे को चाहने लगे।।